25 नवंबर, 2023

Heaven’s lighthouse (Episode 2) free story in Hindi

Episode 2

थॉमस गाँव के मेयर से बात करने गया। गाँव के मेयर थे मिस्टर कोरटेस, जो 60 साल के थे और पिछले 20 साल से वो हार्बर हेवन के मेयर हैं। गाँव में सभी उनको पसंद करते थे क्योंकि वह बहुत शरीफ और ईमानदार आदमी हैं। सभी से प्यार से बात करना और हर किसी की मदद करना उनका स्वभाव हैं। मिस्टर कोरटेस एक वकील भी हैं, उन्हे सिर्फ सफ़ेद और काले रंग के कपड़े पहनना पसंद है और सर पे काली टोपी। चाहे कोई भी मौषम हो उनके सर पे टोपी हमेशा होती हैं। वह वकील जरूर है पर आज तक उन्होने बहुत कम केस लड़े थे क्योंकि वह बाहर ही केस को सुलझा देते और कोर्ट तक जाने की बारी ही नहीं आती थी। उनके पास ज्यादा केस आते नहीं थे इसलिए वह अपने आप को काम में व्यस्त रखने के लिए पूरा दिन कोई न कोई काम करते रहते।

अभी वो बेकरी में किसी का हाथ बटा रहे थे, थॉमस उनके पास पहुंचा। थॉमस को देख के मिस्टर कोरटेस ने पूछा “थॉमस तुम इस वक्त यहाँ! बोलो क्या खाओगे?”

“मुझे कुछ नहीं खाना।“ थॉमस इतना बोला ही था के मेयर ने कहा “अरे पैसे की चिंता मत करो, बाद में दे देना अभी भूख लगी है कुछ खा लो।“

“मुझे लाइटहाउस के बारे में बात करनी हैं।” थॉमस बोला और लाइटहाउस की बात थी तो मिस्टर कोरटेस ने तुरंत उसे बाहर आने को कहा। जैसे ही दोनों बाहर निकले बेकरी में जो ग्राहक थे वो और वहाँ की मालकिन भी कान लगा के सुनने की कोशिश करने लगे की क्या बात हो रही हैं। सभी लोग बेकरी के दरवाजे के पास जा के खड़े हो गए क्योंकि मेयर और थॉमस बेकरी के दरवाजे के बाहर ही खड़े थे। दोनों की पीठ बेकरी की तरफ थी तो उनको नहीं पता था के लोग उन्हे सुन रहे हैं।

मेयर ने चिंता करते हुए पूछा “क्या बात हैं, सब ठीक तो हैं?”

“सब ठीक हैं, सारी चिजे सही से काम कर रही है पर दिक्कत बाहर हैं, दीवारों का रंग उड चुका हैं। क्या हम उसपे रंग करवा सकते हैं?“ थॉमस ने विनती करते हुए कहा।

मेयर जानते थे की थॉमस क्या बात करने आया था इसलिए वह उसे बाहर ले कर आए थे “थॉमस तुम जो सोच रहे हो, वह मैं पिछले 2 साल से सोच रहा हूँ, पर 2 महीने पहले तूफान में हॉस्पिटल की छत टूट गई और स्कूल की दिवारे भी बर्बाद हो गई, तो हार्बर हेवन के पैसे अभी वहाँ के लिए चाहिए होंगे। देखो मैं यह नहीं कह रहा के हम रंग नहीं करेंगे, लाइटहाउस हमारे गाँव की शान वह यहाँ तब से है जब यहाँ एक भी घर नहीं था, पर अभी पैसे थोड़े कम है और लुटेरों के बारे में तो तुम जानते ही हो, हमे गाँव की सुरक्षा के लिए भी चिजे लानी हैं। अगर इन सारे कामो में से पैसे बचते है तो मैं पक्का रंग करवा ने के लिए पैसो का इंतजाम करवा दूंगा। अभी लोगों की आर्थिक स्थिति उतनी भी सुधरी नहीं है तो सब से पैसे मांगना वो भी रंग करवाने के लिए सही नहीं होगा। क्या तुम समझ रहे हो जो मैं कह रहा हूँ।“

थॉमस बोला “हाँ मुझे भी गाँव की हालत का पता हैं, मैं तो बस आप से एक बार बात कर के देखना चाहता था।“

“मुझे पता है मेरे बच्चे के तुम्हारे मन में क्या हैं, और मैं कोशिश करूंगा पर मैं तुमसे झूठा वादा नहीं करना चाहता।“ मेयर ने कहा और उनकी बात थॉमस को अच्छे से समझ में आ गई। वह चला गया और सारे लोग फिर से वैसे अपनी जगह पे चले आए जैसे पहले थे।

(रात के वक्त)

थॉमस हाथ में लालटेन लिए किनारे के इलाके की जांच के लिए निकला। वैसे तो वहाँ कोई खतरा नहीं होता पर अक्सर लुटेरे जहाज में आ के गाँव को लूटने की कोशिश करते रहते हैं। पर हर बार उन्हे अपनी जान बचा के भागना पड़ता है क्योंकि हार्बर हेवन के सभी लोग उनका एक साथ मिल के मुक़ाबला करते, और जब लुटेरों का हमला होता है तो उनके हाथ आने वाली हर चीज एक हथियार बन जाती हैं। कुछ लुटेरे सेकड़ों लोगों का सामना नहीं कर पाते और आखिर उन्हे भागना ही पड़ता हैं। हर बार थॉमस वक्त रहते लोगों को आगाह कर देता है इसलिए सब को तैयारी करने का मौका मिल जाता हैं। थॉमस ने किनारे पे जाएजा लिया सब ठीक था, वह आगे चल रहा था तभी किनारे के पास बड़ी चट्टानों के पीछे से उसे कुछ आवाज सुनाई दी, रात के अंधेरे में चट्टानों के पीछे से आवाज सुन के वह सतर्क हो गया पर उसे अंदाज नहीं आ रहा था के आवाज किस चीज की हैं। वह उधर जा ही रहा था के वहाँ से एक कुत्ता बाहर निकला, थॉमस डर के पीछे हो गया। पूरी दुनिया में थॉमस सिर्फ कुत्तो से डरता था, वरना तो वह शेर के सामने भी हिम्मत से खड़ा हो जाय, पर कुत्ते की परछाई से भी वह दूर भागता हैं। बचपन में उसे एक कुत्ते ने काट लिया था और उसे हॉस्पिटल में भर्ती करना पड़ा था, तभी से उसके अंदर कुत्तो के प्रति एक डर बैठ गया था। गाँव में ज्यादा कुत्ते नहीं है इसलिए उसका कुत्तो से कम ही सामना होता है पर आज तक उसने किसी के सामने यह जाहीर नहीं होने दिया के उसे कुत्तो से डर लगता हैं। पर अभी वहाँ कोई नहीं था तो जैसे ही कुत्ता चट्टानों के पीछे बाहर निकला थॉमस उसे देख के तेजी से भागा; जैसे उसके पीछे हजारो कुत्तो की टोली लगी हो, वह सीधा लाइटहाउस में चला गया। और कुत्ता सिर्फ चट्टानों के पीछे निकल के बाहर आया था और वह थॉमस की तरफ भागा भी नहीं था कुत्ता दूसरी तरफ भागा और थॉमस दूसरी तरफ।

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गाँव में एक गायों के तबेले में, गाँव के कुछ चुनिन्दा लोग जमा हुए थे, यह बात करने कि लाइटहाउस पे रंग करवाने के लिए पैसो का इंतजाम कैसे करे? सभी के हालात तंग थे तो जेब से चुटकी भर मिट्टी जीतने भी पैसे किसी के पास नहीं थे। कुछ मछवारो के पास पैसे थे पर वह देने से मना कर रहे थे।

(एक मछवारा) माकसन बोला “देखो मेरे पास पैसे है और में लाइटहाउस के लिए दे भी देता पर मेरी नाव बिगड़ गई है मुझे उसे ठीक करवाना हैं, नाव ठीक नहीं हुई तो मेरा गुजारा कैसे होगा!”

डायना बोली “मेरी दुकान में तो ग्राहक आ ही नहीं रहे, लोग बस चिजे देख कर चले जाते है खरीदते कुछ भी नहीं। मछवारों के पास पैसे होंगे क्योंकि समंदर में तो लाखों मछलिया हैं।“ (डायना की एक गिफ्ट शॉप थी।)

(दूसरा मछवारा) इवान ने कहा “मछलियाँ हमारे इंतजार में नहीं होती के आओ और मुझे पकड़ के ले चलो। कई बार ऐसा भी होता है कि हमारे जाल खाली मिलते हैं। दूसरों के पास होंगे मेरे पास पैसे नहीं हैं।“

डायना इवान से बोली “मैंने देखा था; कल ही तुम टोकरियाँ भर के मछलियाँ लाए थे।“

इवान हल्का सा गुस्सा होते हुए बोला “अरे कर्जे ना की भी कोई चीज होती है या नहीं, मेरे पैसे वहाँ खर्च हो गए।“  

(डायना और इवान के बीच माहोल गरम सा हो रहा था तो जेमी ने माहोल शांत करते हुए कहा।)

बेकरी की मालकिन जेमी सिलारो बोली “देखो मेरी दुकान पे भी ग्राहक कम आते है पर मैं थोड़े पैसे दे सकती हूँ। तुम सब को ज़बरदस्ती पैसे नहीं देने हैं, अगर दे सको तभी देना। तुम लोग सोचो के हमे बस रंगो को खरीदने के पैसे निकालने है, उतना तो हम कर ही सकते हैं।“

“तो क्या पूरे लाइटहाउस पे रंग अपने आप हो जाएगा?” मेथ्यु बोला। (दूसरी दुकान का मालिक, मेथ्यु जेमी से जलता था क्योंकि उसकी बेकरी में ज्यादा ग्राहक जाते थे।)

जेमी सिलारो के पति लुडविग ने कहा “नहीं, वह काम आगे थॉमस देख लेगा। वह सब कर सकता है पर उसके पास रंग ही नहीं होंगे तो बिचारा क्या करेगा!“

“पर हम लोग आपस में क्यूँ चर्चा कर रहे हैं, यह बात तो मेयर के सामने रखनी चाहिए?” मेथ्यु ने कहा।

जेमी ने सुबह की सारी बाते सब को बता दी “मेयर चाह के भी इस बार हमारी मदद नहीं कर पाएंगे। इसलिए मैंने यह मीटिंग बुलाई है जिस हम लोग कुछ मदद कर पाए।“

(रेस्टोरेंट की मालकिन) लीलिएन बोली “पर हमे लाइटहाउस पे रंग करना ही क्यूँ हैं? अभी जो है वह ठीक तो हैं।“

(लीलिएन की बड़ी बहन और मेडिकल शॉप की मालकिन) तमारा बोली “तुम्हारी आंखो में मोतिया हुआ है क्या! तुमने देखा भी है लाइटहाउस के रंग कितने फीके हो चुके हैं, और कितने सालो से उसपे रंग नहीं लगा हैं।“

(मेथ्यु की बीवी) केथरिन बोली “अगर लाइटहाउस पे रंग लगेगा तो वह नए जैसा लगेगा और लोग उसे देखने आएंगे, जब लोग आएंगे तभी तो हमारे गाँव की दुकानों की चिजे बिकेंगी। मैंने देखा है कई टुरिस्ट आते है पर लाइटहाउस पे पास तस्वीर नहीं खिचाते क्योंकि इसके रंग फीके हो चुके हैं। बढ़िया नीला समंदर, और हमारे सुंदर घरो के साथ एक फीका बेरंग लाइटहाउस पूरी तस्वीर खराब कर देता हैं। लोग इंटरनेट पे तस्वीरे डालेंगे ही नहीं तो लोग को हमारे गाँव के बारे में पता कैसे चलेगा?

केथारिन की बार सुन के सभी लोग पैसा देने को तैयार हो तो गए। पर किसी को कुछ अंदाजा नहीं था के उसके लिए कितना रंग लगेगा और रंग करेगा कौन? तीन मंज़िला ऊंचे लाइट हाउस में कौनसे रंगो का इस्तेमाल किया जाएगा यह बात भी तय नहीं हुई थी। सब लोग अपना अपना सुझाव देने लगे और अपने मनपसंद रंग का नाम देने लगे। कोई बोला के, हरा और सफ़ेद होना चाहिए और कोई बोला के नारंगी और काला होना चाहिए, कोई लाल और पीला बोल रहा था तो कोई पूरा नीला। लोग बताने लगे की मैं पैसे दूंगा तो यही रंग होना चाहिए और दूसरा बोला के पैसे ज्यादा दोगे तो इसका यह मतलब नहीं के लाइटहाउस को बेहूदा रंगो से बर्बाद कर देंगे। रंग सभी की पसंद के होंगे। हल्की फुलकी बहस कब झगड़े में बदल गई और तालाब के शांत पानी शी मीटिंग, समंदर में ऊंची उठती लहरी तरह उपर-नीचे होती रही और अंत में सब थक हार के अपने घर चले गए क्योंकि कोई फैसला नहीं निकला।

जेमी अपने घर के बाहर खड़ी हो के आसमान की तरफ देख के, दिल से भगवान से प्राथना करते हुए बोली ऊपर वाले, हमारी समस्या बहुत बड़ी नहीं है तो उसे सुलझाना तो तुम्हारे लिए बहुत आसान होगा, आप क्यूँ न ऐसा कुछ कर के हमारी छोटी छोटी सारी मुसीबतें एक बार में खत्म हो जाय। अगर आप बहुत व्यस्त है तो आपके किसी दूत को भेज दो, पर हमारी मुसीबतें हल करवा दो।“

                                                         Episode 1     >Episode3 


20 नवंबर, 2023

Heaven’s lighthouse (Episode 1) free story in Hindi

 



नीले समंदर के किनारे सुबह की हल्की धूप में सोने सी चमकने वाली रेत को हर रोज हवा, उफनती हुई नीली लहरों की मदद से रेत को पीछे धक्का देते हुए उसे जैसे रोज कहती हो के पीछे रहना यह स्थान तुम्हारा हैं, और समंदर की सतह पे राज मेरा हैं। हर रोज सुनहरी रेत और लुढ़कती लहरों की तकरार के बीच ऊबड़-खाबड़ चट्टानों की सतह के परे एक हार्बर हेवन नाम का छोटा सा गाँव बसा हुआ था। जहां रंगीन फूलों के बक्सों से सजी विचित्र टोकरियों के बीच से हार्बर हेवन की सड़के गुजरती थी, महासागर के आलिंगन के रूप में जाना जाने वाला, कुदरत की गोद में बसा सुंदर सा हार्बर हेवन दुनिया की तेज रफ्तार जिंदगी से आज भी बचा हुआ था। तटीय चट्टानों के लहरदार परिदृश्य के बीच एक गुप्त रत्न की तरह बसा यह गाँव, समुद्र के उतार-चढ़ाव पर पनपा है जिसने अपने पूरे जीवन काल में कई अच्छे और बुरे दौर देखे है, पर फिर भी आज एक मजबूत चट्टान की तरह यह अभी भी अपना अस्तित्व अनाए हुए है और अपने विकास की गति को दुनिया के तेज रफ्तार परिवर्तन से संतुलन बनाने की जनतो जहत में लगा हुआ हैं।

उसी गाँव के माथे का ताज और पूरे गाँव का सर्वोछ अभिमान ऐसा, राजसी प्रकाशस्तंभ (लाइटहाउस) जो लंबे समय के सासन के बाद एक संरक्षक और कहानीकार दोनों बन गया था, अनगिनत मौसमों और समुद्री कहानियों के निशान को अपने ऊपर समेट के रखा हुआ हैं। इसकी विशाल उपस्थिति एक जीवंत सपने से कम नहीं थी जो आकाश के नीले कैनवास के सामने मीलों दूर से दिखाई देता था। उस एक लौते और सब के प्यारे प्रकाशस्तंभ का नाम था “ocean’s eye”

सेंटिनल पीक के नाम से जाने जाने वाले एक चट्टानी प्रांत के ऊपर स्थित, ocean’s eye क्षितिज तक फैले विशाल समुद्र का एक मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है। चट्टानों से लहरों की लयबद्ध टकराहट ने नीचे के गाँव को एक सुखदायक ध्वनि प्रदान की हुई हैं। इस सुविधाजनक स्थान से, प्रकाशस्तंभ की रोशनी, ढलती शाम में एक आरामदायक चमक, अशांत पानी के ऊपर एक खुले हाथों से आलिंगन की तरह फैल जाती हैं।

सेंटिनल पीक का एक छोटा हिस्सा जिसे लोग, हार्बर हेवन के नाम से जानते है और जिसके रंगमंच पे कई कहानियाँ निभाई गई पर एक कहानी जो गांव और ocean’s eye के ताने-बाने में बुनी गई है, जिसे लोग कभी भूलना नहीं चाहेंगे उसे हम आगे देखेंगे। ocean’s eye केवल तटीय विरासत के संरक्षक के रूप में खड़ा नहीं है, यह प्रकाशस्तंभ न केवल चट्टानी तटों पर बल्कि प्रेम, रोमांच और प्राचीन जलीय समुदाय की कहानियों पर भी अपनी रोशनी डालते रहता हैं, जो उसकी सतर्क निगाहों से कभी बच के नहीं जा सकती।

//Heaven’s lighthouse (Episode 1) free story in Hindi//

अद्वितीय आकर्षण वाले प्रत्येक घर बीते युग की कहानियाँ सुनाते हैं, उनकी छतों पर अनगिनत सूर्योदयों और सूर्यास्तों की पुरानी छापें अंकित हैं। पीढ़ियों से ग्रामीणों के कदमों की आहट से घिसी-पिटी पथरीली सड़कें, जब हार्बर हेवन के मध्य से होकर गुजरती हैं तो गांव के इतिहास की कहानियाँ फुसफुसाती हैं। बंदरगाह के किनारे पर, मछुआरों की नावें समुद्र के लयबद्ध नृत्य में धीरे-धीरे हिलती रहती हैं। उनके रंगीन पतवार, सूर्योदय और सूर्यास्त दोनों के जीवंत रंगों को दर्शाते हुए, बंदरगाह को एक जीवंत कैनवास में बदल देते हैं। ये नावें, जहाज़ों से कहीं अधिक, लोगों के ख्वाबो से भरपूर किस्से और समुद्री यात्रा के रोमांच की कहानी कहती हैं।

हल्के नीले आसमान में, सीगल के विशाल झुंड आकाश में घूम रहे थे और चिल्ला रहे थे, उनकी आवाजें समुद्र की लहरों की निरंतर बड़बड़ाहट के साथ सहज रूप से मिश्रित हो रही थीं। इन ध्वनियों के आदी ग्रामीण कभी इसे शोर का नाम नहीं देते, इन्हे ये तटीय जीवन की परिचित सिम्फनी के रूप में महसूस करते है जो उनके जीवन में रोज आराम से ऐसे घुल जाती है जैसे चाय में शक्कर।

Amazing fantasy book: Magical multiverse 

जैसे ही सूरज समुद्री सतह के नीचे डूबा, गांव पर छाया छा गई, ocean’s eye जाग गया, उसका रोशनी कक्ष एक मार्गदर्शक तारे की तरह जीवंत हो उठा। ग्रामीण, अनुभवी मछुआरे, प्रेरणा चाहने वाले कलाकार, और तटीय जीवन की सुंदरता में खोए हुए सपने देखने वाले, सभी श्रद्धा की भावना से प्रकाशस्तंभ की ओर देखते थे। यह एक नौवहन सहायता से कहीं अधिक था; यह हिम्मत और आशा का प्रतीक था, एक प्रकाशस्तंभ जिसने न केवल समुद्र को बल्कि उन लोगों के दिलों को भी रोशन किया जो हार्बर हेवन को अपना घर कहते थे।

//Heaven’s lighthouse (Episode 1) free story in Hindi//

हार्बर हेवन में, जहां अतीत और वर्तमान सद्भाव में नृत्य करते थे, गांव के प्रत्येक तत्व ने जीवन के हर के रूप में योगदान दिया था। झोपड़ियों, सड़कों, नावों और सीगल ने इस तटीय आश्रय की उभरती कहानी में अपनी भूमिका निभाई, जहां हार्बर हेवन की कहानियाँ नमकीन हवा के माध्यम से गूंजती थीं और हर ग्रामीण के कदम के नीचे चिकने पत्थरों के माध्यम से फुसफुसाती रहती थी।

आज हम ऐसी ही एक कहानी के बारे में बात करेंगे जो समय की सीमा को तोड़ कर अपने आप को अमर कर चुकी है। ऐसी गाथा जो जीवन के मुश्किल वक्त में प्यार की ताकत और उसके अहसास से हर दिल को उम्मीद से भर देती है। कई प्यार के कदारदान आए और गए पर इस कहानी को वो ही समझ सका जिसने प्यार को निभाया हैं, वरना प्यार तो हम बेजान चीजो से भी कर लेते है पर निभाते हैं उसी के साथ; जिस के साथ एहसास जुड़ा हुआ होता हैं। दुनिया में हर रोज, हर पल लाखो लोगों को प्यार होता है पर उसे निभाना बस गिने चुने लोगों को ही आता है।

Ocean’s eye, जिसकी चक्रीय दृष्टि हार्बर हेवन को देखती हैं, वो केवल एक कार्यात्मक संरचना नहीं थी; इसमें एक रहस्यमय आकर्षण था जिसने इस पर नज़र डालने वाले सभी लोगों के दिलों को मोहित कर लिया था। ऐसा ही एक इंसान था जिसके लिए यह प्रकाशस्तंभ न केवल उसका कर्म था बलके इसकी देखभाल करना उसका काम भी था। थॉमस एडम्स, प्रकाशस्तंभ का रखवाला था; उसका काम था के प्रकाशस्तंभ बिना रुके पूरी निष्ठा और सच्चे भाव से अपनी सेवा देता रहे।

थॉमस के पास परिवार के नाम पर सिर्फ उसके बूढ़े पिता ही थे। जो मछली पकड़ने का काम करते थे। जब वे जवान थे तब नाव ले कर समंदर के सीने को चीरते हुए लहरों से कुश्ती कर के सागर में दूर तक चले जाते थे पर अभी उनकी उम्र के ऊंचे स्तर के कारण वह नाव ले कर समुद्र में जाते तो है पर ज्यादा दूर नहीं जा पाते। वह बस उतनी दूरी तक जाते हैं, जहां से उनको प्रकाशस्तंभ दिखाई देता रहे। थॉमस की माँ कौन थी यह तो ठीक से उसको भी नहीं पता, क्योंकि उसके पास उनकी कोई तस्वीर नहीं हैं, उसके पिता ने बस इतना बताया था के उसकी माँ और वो एक बार समंदर में मछली पकड़ने गए थे, साथ में 2 साल का थॉमस भी था पर अचानक तूफान आया और उनकी नाव पलट गई। जैसे तैसे उसके पिता ने पलटी हुई नाव पे थॉमस को तो बचा लिया, पर जब उनकी नाव पलटी तब से उसकी माँ को उन्होने नहीं देखा। उन्होने ढूँढने की कोशिश भी की पर यह साफ था के थॉमस की माँ उस तूफानी रात में पानी में डूब के मर गई। वो ज्यादा बाते नहीं करते इसलिए थॉमस को उनके बारे में कुछ पता नहीं है पर थॉमस ने कभी जानने की जिद भी नहीं की क्योंकि उसे पता था के उसके पिता ने उसके लिए बहुत मेहनत की हैं; तो वह उनसे ऐसे कोई सवाल नहीं पूछता जिस से उसके पिता को कोई भी दुख हो।

थॉमस एक हैंडसम लड़का था, छोटे बाल और गोल चेहरा पर शरीर ऐसा बना हुआ था के किसी ने अभी अभी गरम लोहे भट्ठी में तपा के निकाला हो। पूरा दिन प्रकाशस्तंभ में काम करना और समंदर किनारे लोगों की मदद करना, वह सभी मछवारों की मदद करता था। प्रकाशस्तंभ तीन मंज़िला ऊंचा था तो रोज कई बार चढ़ना उतरना होता रहता था और सामान उठाने के कारण उसका शरीस पत्थर सा मजबूत और फुरतीला था। उसे देख कर सभी लड़के जलते और सभी लड़कियां उसपे मरती थी पर वह उनकी तरफ नजरे उठा के सीधे से देखता भी नहीं था, हर लड़की से सराफ़त और नीची आवाज में बात करता था। वह पूरे गाँव में अपने स्वभाव के कारण मशहूर था। पर फिर भी उसके ज्यादा दोस्त नहीं थे क्योंकि हर वक्त उसके दिमाग में बस प्रकाशस्तंभ की बाते चलती रहती थी। वह ज्यादा बाते नहीं करता था और करता भी था तो समंदर और प्रकाशस्तंभ के बारे में, उसके बाद उसे ज्यादा बात करनी आती भी नहीं थी। रोज सुबह देर से उठाना और पूरी रात काम करना उसका नियम था क्योंकि दिन में तो प्रकाशस्तंभ का काम नहीं होता पर रात के वक्त समुद्री जहाज को रास्ता दिखाने का और अपने गाँव की सुरक्षा करने का जिम्मा उसी पे था तो वह पूरी रात जाग के प्रकाशस्तंभ संभालता था।

//Heaven’s lighthouse (Episode 1) free story in Hindi//

प्रकाशस्तंभ चलाने के उसे ज्यादा पैसे तो नहीं मिलते थे पर प्रकाशस्तंभ से लग कर एक घर था जो उसे संभालने वाला इस्तेमाल कर सकता था इसलिए वह यह काम कर रहा था। अब प्रकाशस्तंभ ही उसका घर बना चुका था। प्रकाशस्तंभ के अंदर के सभी साधन और मशीन ठीक से काम कर रहे थे पर प्रकाशस्तंभ की बाहर से हालत खराब थी। प्रकाशस्तंभ मजबूत था दीवारों में कोई बड़ी दरार नहीं थी पर उसका रंग फीका पड चुका था क्योंकि उसे कई सालो से रंग नहीं किया गया। थॉमस दुनिया में दो ही चिजों की परवाह करता था एक उसके पिता और दूसरा प्रकाशस्तंभ। जो अभी थोड़ी रूखी हालत में था तो उसने सोचा के इसके बारे में गाँव के मेयर से बात करनी चाहिए।

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